ब्लॉग बनाना कितना आसान
‘ब्लॉग’ शब्द ‘वेब’ और ‘लॉग’ से मिलकर बने शब्द ‘वेबलॉग’ का संक्षिप्त रूप है। भारत में ब्लॉग बनाने के लिए ब्लॉगर.कॉम सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। यह वेबसाइट का आसान विकल्प है और इसके द्वारा बहुत आसानी से सारे संसार में अपनी बात पहुँचाई जा सकती है। ब्लॉग बनाने की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है। इसके लिए सिर्फ एक इंटरनेट कनेक्शन, एक अदद कम्प्यूटर और एक ‘ईमेल आईडी’ की आवश्यकता होती है। यह ईमेल एकाउंट किसी भी वेबसाइट का हो सकता है। ब्लॉग बनाने के लिए इंटरनेट ब्राउजर में www.blogger.com टाइप करें। खुलने वाले पृष्ठ पर‘यूजरनेम’ और ‘पॉसवर्ड’ वाले खानों में अपने पहले से बनाए हुए ईमेल (यदि ईमेल एकाउंट न हो, तो पहले उसे बना लें) के यूजरनेम और पॉसवर्ड लिखें और ‘साइन-इन’ कर दें। उसके बाद सामने आने वाले फार्म में जरूरी जानकारी भरें और आगे बढ़े।
आगे बढ़ने पर आपसे ब्लॉग का नाम पूछा जाएगा। यह हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में हो सकता है। ब्लॉग के नाम के बाद अगला कॉलम ब्लॉग एड्रेस का होता है। इसमें http:// तथा .blogspot.com पहले से लिखा होता है, उसके बीच में आप मनचाहा एड्रेस भर सकते हैं। यदि आप ‘मेरा वतन’ नामक ब्लॉग बनाना चाहते हैं, तो आपके ब्लॉग का पता हो जाएगा http://meravatan.blogspot.com। लेकिन यदि meravatan नाम को पहले से किसी व्यक्ति ने रजिस्टर्ड करा रखा होगा, तो आप उसमें एक ‘ए’ बढ़ाकर meraavatan भी कर सकते हैं अथवा अन्य कोई अंक वगैरह जोड़ कर भी ट्राई कर सकते हैं। जो पता यहां पर स्वीकृत हो जाएगा, वही आपके ब्लॉग का ‘यूआरएल’ कहलाएगा और उसे टाइप करके पूरे विश्व में आपका ब्लॉग देखा जा सकेगा।
ब्लॉग का नाम, पता (और वर्ड वेरीफिकेशन भरने) के बाद दूसरे स्टेप में आपसे ‘टेम्पलेट’ चुनने के लिए कहा जाएगा। टेम्पलेट का मतलब होता है, ब्लॉग का रंग-रूप। वहाँ पर जो भी डिजाइन उपलब्ध हों, उसमें से कोई एक चुन लें और‘कन्टीन्यू’ करें। वर्तमान में आप अपने ब्लॉग के ‘पोस्टिंग’ मोड में हैं। ब्लॉग के नाम के नीचे जहाँ पर पोस्टिंग लिखा हुआ दिख रहा है, उसके दाईं ओर क्रमश: ‘कमेंट्स’ और ‘सेटिंग’ लिखा हुआ है। आप ‘सेटिंग’ विकल्प का चयन कर लें। ‘सेटिंग’ मोड में सर्वप्रथम ‘बेसिक’ टैब होता है। उसमें पेज के नीचे की ओर ‘इनेबल ट्रांसलिटरेशन’ होता है। उसे‘यस’ कर दें तथा किये गये संशोधन को ‘सेव’ कर लें। तदुपरांत सेटिंग के ‘फॉरमेटिंग’ टैब का चयन करें। इसमें‘टाइम ज़ोन’ के सामने दिये गये विकल्पों में (GMT+05.30) India Standard Time तथा ‘लैंग्वेज’ में ‘हिन्दी’ का ऑप्शन चुन लें। ऐसा करने के बाद पेज के नीचे मौजूद ‘सेव’ ऑप्शन को क्लिक करके सभी सेटिंग को सुरक्षित कर लें।
ब्लॉग की सेटिंग संशोधित करने के बाद ‘पोस्टिंग’ और ‘सेटिंग’ वाली लाइन के ऊपर बाईं ओर नजर डालें। वहां पर ईमेल आईडी के बगल में ‘डैशबोर्ड’ लिखा नजर आएगा। इसे क्लिक करें, जिससे ब्लॉग का ‘डैशबोर्ड’ खुल जाएगा।‘डैशबोर्ड’ में आप द्वारा बनाये गये (सभी) ब्लॉग के उपलब्ध ऑप्शन, आपकी ब्लॉग सम्बंधी प्रोफाइल और आप द्वारा‘फालो’ (पसंद) किये गये अन्य ब्लॉगों की ताजी पोस्टें (लेख) प्रदर्शित होते हैं। डैशबोर्ड में बाईं ओर दिये ‘एडिट प्रोफाइल’ का चयन करें और जरूरत के अनुसार जानकारी भरकर अपनी प्रोफाइल अपडेट कर लें। यदि आपके पास अपने फोटो की डिजिटल इमेज हो, तो उसे भी यहां पर ‘अपलोड’ कर दें। इससे डैशबोर्ड में आपका फोटो दिखने लगेगा। संशोधन करने के बाद नीचे की ओर दिये ‘सेव’ बटन को दबा कर इन्हें सुरक्षित कर लें।
अब आप पुन: डैशबोर्ड में जाएँ। वहाँ पर ब्लॉग के नाम के नीचे पोस्टिंग, कमेंट्स, सेटिंग, डिजाइन, मोनेटाइज, स्टैट्स आदि विकल्प दिख रहे होंगे। ‘पोस्टिंग’ के द्वारा नया लेख लिखने (ब्लॉग की भाषा में इसे ‘पोस्ट’ कहा जाता है) और पुरानी पोस्ट को ‘एडिट’ (संशोधित) करने का काम किया जाता है। ‘कमेंट्स’ के द्वारा ब्लॉग पर आने वाली टिप्पणियों को मैनेज किया जाता है। ‘सेटिंग’ विकल्प के द्वारा ब्लॉग की तकनीकी व्यवस्था बदली जाती है। ‘डिजाइन’के द्वारा ब्लॉग की बनावट संशोधित की जाती है तथा ‘मोनेटाइज’ के द्वारा ब्लॉग पर विज्ञापन लगाए जाते हैं। (ये दोनों विकल्प अभी आपके काम के नहीं हैं।) उसके बाद ‘स्टैटस’ का विकल्प है, जिसमें ब्लॉग पर आने वाले सभी पाठकों का विस्तृत विवरण दर्ज रहता है।
कैसे करें हिन्दी टाइपिंग?
ब्लॉग में लिखना आरम्भ करने के लिए ‘डैशबोर्ड’ में स्थित ‘पोस्टिंग’ विकल्प को चुनें और ‘न्यू पोस्ट’ के ‘कम्पोज’मोड का चयन करके अपनी मनचाही बात लिखना शुरू कर दें। इस समय आपके ब्लॉग में ‘ट्रांसलिटरेशन’ सुविधा ऑन है, जिसके द्वारा आप रोमन अक्षरों का प्रयोग करके हिन्दी में लिख सकते हैं। जैसे अगर आपको लिखना है-‘मेरा भारत महान’। इसके लिए आप अपने कीबोर्ड से ‘टेक्स्ट एरिया’ में ‘meraa bhaarat mahaan’ लिखें, वह अपने आप ‘मेरा भारत महान’ में बदल जाएगा।
कम्प्यूटर द्वारा टाइप की जाने वाली यह हिन्दी आमतौर से प्रयोग में लाए जाने वाले ‘ट्रू टाइप फांट’ से भिन्न होती है और ‘यूनिकोड टाइप फांट’ कहलाती है। हमारे कम्प्यूटरों में यह फांट ‘मंगल’ के नाम से उपलब्ध रहता है। (हो सकता है यह आपको शुरू में थोड़ा सा असहज लगे, लेकिन दो-चार दिन प्रैक्टिस करने के बाद आप इसे सीख जाएंगे और धड़ल्ले से टाइप करने लगेंगे।) यदि किन्हीं कारणवश यहाँ पर ‘ट्रांसलिटरेशन’ अर्थात ‘लिप्यांतरण’ काम नहीं कर रहा है, तो आप http://hindikalam.com/ अथवा यहां पर जाकर वहाँ लिप्यांतरण के द्वारा हिन्दी में लिख सकते हैं। उसके बाद उसे वहां से कॉपी करके यहाँ पर पेस्ट कर सकते हैं।
यदि आपने हिन्दी टाइपिंग सीखी है, तो यहां पर जाकर टाइप मशीन की तरह सीधे हिन्दी में टाइप कर सकते हैं। और हाँ, यदि आप अपने कम्प्यूटर में बिना इंटरनेट चलाए (ऑफलाइन रहकर) भी यूनिकोड में टाइप करना चाहते हैं, तो उसके लिए इस लिंक पर जाकर वहाँ दिये गये निर्देशों का पालन करें। आपका कम्प्यूटर यूनिकोड हिन्दी के लिए सक्षम हो जाएगा।
ब्लॉग को बनाने के बाद सबसे जरूरी काम है, उसको पाठकों के अनुकूल बनाना, ताकि आपके ब्लॉग के बारे में अधिक के अधिक लोग जानें और आपकी लेखनी से लाभान्वित हो सकें।
साभार- हिंदी वर्ल्ड
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