कुल पेज दृश्य

सोमवार, 29 मार्च 2010

बुन्देली में शारदा वन्दना: अभियंता देवकीनंदन 'शांत'

बुन्देली में शारदा वन्दना:


दोहा

शब्द-शब्द में भओ प्रगट, मैया तेरो रूप.
तोरी किरपा छाँओ है, बिन तुझ तपती धूप..

वीणा वादिनी तेरौ नाम, जाने मैया जग सारौ...

चार भुजी है रूप तिहारो, वेद पुरानन मन्त्र उचारो.
हाथों में वीणा अभिराम, जाने मैया जग सारौ..
वीणा वादिनी तेरौ नाम, जाने मैया जग सारौ...

हंसवाहिनी तू है माता, कवियन की तू जीवनदाता.
आशीषनो है तेरौ काम, जाने मैया जग सारौ..
वीणा वादिनी तेरौ नाम, जाने मैया जग सारौ...

माथे मुकुट श्वेत कमलासन, ममता भरो 'शांत' सुन्दर मन.
चरनन में तोरे परनाम, जाने मैया जग सारौ..
वीणा वादिनी तेरौ नाम, जाने मैया जग सारौ...

*********************************************
१०/३०/२ इंदिरा नगर, लखनऊ २२६०१६ / ०९९३५२१७८४१
Acharya Sanjiv Salil

http://divyanarmada.blogspot.com