कुल पेज दृश्य

शुक्रवार, 5 मार्च 2010

गुलाल प्यार से थोड़ा सा लगा दीजिए

बच्चो के सपनो में,परियों की दुआ दीजिये

विवेक रंजन श्रीवास्तव
ओ बी ११ , विद्युत मण्डल कालोनी
रामपुर
जबलपुर

बच्चो के सपनो में,परियों की दुआ दीजिये
नींद चैन की हमको भी लौटा दीजिये

प्यार का पाठ पढ़ना , अगर अपराध हो
तो इस गुनाह में हमको भी सजा दीजिये
नहा के आये हैं ,पहने हैं कपड़े झक सफेद
गुलाल प्यार से थोड़ा सा लगा दीजिए

रोशनी की किरण सीधी ही चली आयेगी
छोटा सा छेद छत में , करा दीजिये
फैला रहा है मुस्करा, खुश्बू वो हवाओ में
इस फूल के पौधे कुछ और लगा दीजिये

बनें न नस्लवादी , और न आत्मघाती ही
इंसानी नस्ल में , इंसान रहने दीजिये

कोई टिप्पणी नहीं: