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रविवार, 18 अप्रैल 2010

म. प्र. में ग्रामीण फीडर विभक्तिकरण की महत्वपूर्ण योजना विवेक रंजन श्रीवास्तव

म. प्र. में ग्रामीण फीडर विभक्तिकरण की महत्वपूर्ण योजना

विवेक रंजन श्रीवास्तव
अतिरिक्त अधीक्षण इंजीनियर
ओ बी ११ , म.प्र. राज्य विद्युत मण्डल , रामपुर , जबलपुर

बिजली की अद्भुत आसमानी शक्ति को मनुष्य ने आकाश से धरती पर क्या उतारा , बिजली ने इंसान की समूची जीवन शैली ही बदल दी है .अब बिना बिजली के जीवन पंगु सा हो जाता है .भारत में विद्युत का इतिहास १९ वीं सदी से ही है , हमारे देश में  कलकत्ता में पहली बार बिजली का सार्वजनिक उपयोग प्रकाश हेतु  किया गया था .

आज  बिजली के प्रकाश में रातें भी दिन में परिर्वतित सी हो गई  . सोते जागते , रात दिन , प्रत्यक्ष या परोक्ष , हम सब आज बिजली पर आश्रित हैं . प्रकाश , ऊर्जा ,पीने के लिये व सिंचाई के लिये पानी ,जल शोधन हेतु ,  शीतलीकरण, या वातानुकूलन के लिये ,स्वास्थ्य सेवाओ हेतु , कम्प्यूटर व दूरसंचार सेवाओ हेतु ,  गति, मशीनों के लिये ईंधन ,प्रत्येक कार्य के लिये एक बटन दबाते ही ,बिजली अपना रूप बदलकर तुरंत हमारी सेवा में हाजिर हो जाती है .
रोटी ,कपडा व मकान जिस तरह जीवन के लिये आधारभूत आवश्यकतायें हैं , उसी तरह बिजली , पानी व संचार अर्थात सडक व कम्युनिकेशन देश के औद्योगिक विकास की मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चरल जरूरतें है . इन तीनों में भी बिजली की उपलब्धता आज सबसे महत्व पूर्ण है .
फीडर विभक्तिकरण योजना की आवश्यकता क्यों?

वर्तमान परिदृश्य में , शहरों में अपेक्षाकृत घनी  आबादी होने के कारण गांवो की अपेक्षा शहरों में  अधिक विद्युत आपूर्ति बिजली कंपनियो द्वारा की जाने की विवशता होती है .पर इसके दुष्परिणाम स्वरूप गांवो से शहरो की ओर पलायन बढ़ रहा है . है अपना हिंदुस्तान कहाँ ? वह बसा हमारे गांवों में ....विकास का प्रकाश बिजली के तारो से होकर ही आता है . स्वर्णिम मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री जी की महत्वाकांक्षी परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिये गांवो में भी शहरो की ही तरह  ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू उपभोक्ताओं को भी विद्युत प्रदाय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदेश में फीडर विभक्तिकरण की महत्वाकांक्षी समयबद्ध योजना लागू की गई है। कुछ प्रमुख कारण निम्नानुसार हैं

१ गांवों में सतत विद्युत प्रवाह सुनिश्चित करने हेतु
२ शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो में समान विद्युत प्रदाय बनाये रखने हेतु
३ वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में अनिश्चित विद्युत प्रदाय की स्थितियों से उपजते जन असंतोष को दूर करने हेतु
४ सिंचाई की बिजली की दरों में बड़ी सब्सिडी के चलते उसका दुरुपयोग रोकने  हेतु
५ भूजल के निरंतर असंयमित दोहन पर नियंत्रण हेतु
६ ग्रामीण पेयजल योजनाओ को सुनिश्चित विद्युत आपूर्ति हेतु
७ खेती के कार्यों हेतु नियत समय पर नियमित बिजली के प्रदाय को सुनिश्चित करने हेतु
८ ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में बिजली की सुनिश्चित आपुर्ति बनाये रखने हेतु

म.प्र. पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के अंतर्गत फीडर विभक्तिकरण योजना में निम्नानुसार प्रावधान किये गये हैं

१  २३०२६ गांवो में फीडर विभक्तिकरण योजना प्रस्तावित है
२ कुल १७६१ फीडर बनाये जाने हैं
३ ११ किलोवोल्ट की लगभग ४४०००किलोमीटर नई लाइनो का निर्माण किया जाना है
४ कुल लगभग ३४०००वितरण ट्रंस्फारमर स्थापित किये जाने हैं
५ लगभग २८००० किलोमीटर निम्नदाब विद्युत लाइनों का केबलीकरण किया जाना है
६ वरत्मान में इस समूची योजना का आंकलित व्यय १९८४ करोड़ रुपये है

फीडर विभक्तिकरण योजना से लाभ
१ गांवों के व्यापारिक , औद्योगिक  विकास को तीव्र गति मिलेगी
२ गांवों में नवीनतम चिकत्सकीय संसाधन स्थापित किये जा सकेंगे
३ गांवों में  शैक्षिक क्राति आ सकेगी
४ ई गवर्नेंस की दिशा में हमारे गांव भी शहरो के साथ साथ बढ़ सकेंगे
५ इंटरनेट व अन्य सूचना संसाधनो से गांव भी वैश्विक स्तर पर जुड़ सकेगे
६ बिजली आपूर्ति में किसी तकनीकी व्यवधान होने पर शीघ्रता से बिजली बहाल की जा सकेगी
७ विद्युत संरक्षण के प्रयासो को बढ़ावा मिलेगा
८ सुनिश्चित विद्युत आपूर्ति से कम्प्यूटर के बैंकिंग , पोस्टआफिस , रेलरिजर्वेशन आदि कार्यो हेतु उपयोग में बढ़ावा मिलेगा , जिससे अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकेगी
९ गांवों में जीवन स्तर में सुधार होगा जिससे शहरो की ओर पलायन रुक सकेगा
१० विद्युत प्रदाय संस्थाओ के राजस्व में वृद्धि हो सकेगी
११ गांवो में कानून व प्रशासन की बेहतर स्थिति बन सकेगी
१२ ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा
१३ बेहतर  गुणवत्ता  की विद्युत व्यवस्था पम्प व अन्य वैद्युत उपकरणो के रखरखाव पर होने वाले व्यय में कमी लायेगी
१४ मोबाइल , फोन , पीसीओ आदि संचार संसाधनो का ग्रामीण क्षेत्रो में तेजी से विकास होगा

  राज्य शासन का लक्ष्य है कि 2013 तक जहां प्रदेश स्वर्णिम प्रदेश के रूप में स्थापित होगा, वहीं बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होगा।  फीडर विभक्तिकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण कृषि पम्प उपभोक्ताओं एवं ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं को अलग अलग फीडरों से गुणवत्तापूर्ण एवं सतत विद्युत प्रदाय किया जावेगा।  विद्युत तंत्र हमारी सुख सुविधा का साधन है, उसका विवेकपूर्ण इस्तेमाल जरूरी हैं । यह सार्वजनिक हित का साझा संसाधन है , अतः हर यूनिट बिजली का समुचित उपयोग हो सके, इसी दिशा में फीडर विभक्तिकरण परियोजना एक मील का पत्थर प्रमाणित होगी .


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