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मंगलवार, 18 मई 2010

विमोचन समाचार: डॉ सुधा ओम ढींगरा का काव्य संग्रह 'धूप से रूठी चांदनी'

नार्थ कैरोलाईना । प्रतिष्ठित पत्रकार, कवयित्री, कहानीकार, उपन्यासकार डॉ सुधा ओम ढींगरा का काव्य संग्रह 'धूप से रूठी चांदनी' का विमोचन समारोह अमेरिका और भारत में एक साथ हुआ। अमेरिका में हिन्दू भवन (मौरिसविल, नॉर्थ कैरोलाईना) के सांस्कृतिक भवन में हिंदी विकास मंडल और अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति की नॉर्थ कैरोलाईना शाखा के तत्वावधान में संपन्न हुआ। हिंदी विकास मंडल के संरक्षक गंगाधर शर्मा ने ज्योति प्रज्जवलित कर कार्यक्रम को आरंभ किया। 600 से अधिक श्रोतागणों के सम्मुख कवयित्री बिंदु सिंह ने डॉ. सुधा ओम ढींगरा के रचना संसार की झलक लोगों को दी और हिंदी के प्रति उनकी निष्ठा और कार्यों का चित्रात्मक वर्णन करते हुए संग्रह की कविताओं से परिचय करवाया ।
इस कृति का विमोचन समवेत रूप से श्रीमती सरोज शर्मा (अध्यक्ष हिंदी विकास मंडल), अफ़रोज़ ताज़ (प्रोफेसर यू.एन.सी. चैपल हिल), कवि आश कर्ण अटल, महेन्द्र अजनबी और अरुण जैमिनी ने किया । विमोचन के पश्चात हुए कवि सम्मलेन में आश कर्ण अटल, महेन्द्र अजनबी और अरुण जैमिनी जी ने हास्य और व्यंग्य के तीरों से श्रोताओं का मंनोरंजन किया।
भारत में डॉ. सुधा ओम ढींगरा की इसी किताब का विमोचन सीहोर की प्रकाशन संस्था शिवना प्रकाशन तथा मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। सुकवि मोहन राय की स्मृति में अखिल भारतीय मुशायरे का आयोजन भी किया गया। सीहोर के कुइया गार्डन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक श्री रमेश सक्सेना, सुकवि स्व. मोहन राय की धर्मपत्नी श्रीमती शशिकला राय सहित पद्मश्री बशीर बद्र, पद्मश्री बेकल उत्साही, डॉ. राहत इन्दौरी तथा मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की सचिव नुसरत मेहदी सहित सभी शायरों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा सुकवि स्व. मोहन राय के चित्र पर पुष्पाँजलि तथा दीप प्रावलित करके किया। सभी अतिथियों का स्वागत संयोजक श्री राजकुमार गुप्ता द्वारा तथा आयोजन प्रमुख श्री पुरुषोत्तम कुइया ने किया। अन्य नई पुस्तकों का विमोचन भी सभी अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मोनिका हठीला की 'एक ख़ुशबू टहलती रही', सीमा गुप्ता की 'विरह के रंग', मेजर संजय चतुर्वेदी की 'चाँद पर चाँदनी नहीं होती' का भी विमोचन किया गया, । इस अवसर पर डॉ. आजम को सुकवि मोहन राय स्मृति पुरस्कार प्रदान किया गया। इस रूप में उन्हें शाल श्रीफल, सम्मान पत्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया । डॉ. आजम का संक्षिप्त परिचय चयन समिति की अध्यक्ष हिंदी की प्रोफ़ेसर डॉ. श्रीमती पुष्पा दुबे द्वारा दिया गया। मुख्य अतिथि विधायक रमेश सक्सेना ने आयोजकों का आभार माना । पद्मश्री डॉ. बशीर बद्र ने कहा कि सीहोर आना हमेशा से ही मेरे लिये आकर्षण का विषय रहता है क्योंकि यहाँ पर मुझे बहुत प्यार मिलता है।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में अखिल भारतीय मुशायरे में पद्मश्री बेकल उत्साही, डॉ. राहत इन्दौरी, नुसरत मेहदी, शकील जमाली, खुरशीद हैदर, अख़्तर ग्वालियरी, शाकिर रजा, सिकन्दर हयात गड़बड़, अतहर सिरोंजी, सुलेमान मज़ाज, जिया राना, सुश्री राना जेबा, फारुक अंजुम, काज़ी मलिक नवेद, ताजुद्दीन ताज़, मोनिका हठीला, मेजर संजय चतुर्वेदी, सीमा गुप्ता, डॉ. आम में भाग लिया । कार्यक्रम में प्रदीप एस चौहान व पंकज सुबीर सहित पंडित शैलेष तिवारी, सोनू ठाकुर, विक्की कौशल, सनी गौस्वामी, सुधीर मालवीय, नवेद खान, प्रवीण विश्वकर्मा, प्रकाश अर्श, वीनस केसरी, अंकित सफर, रविकांत पांडे आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।
नार्थ कैरोलाईना से कुबेरनी हनुमंथप्पा की रपट

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