मैथिली की पाठशाला २
इस स्तम्भ में हिन्दी, मैथिली, भोजपुरी में एक साथ रचनाकर्म करनेवाली कुसुम ठाकुर जी मैथिली सिखाएँगी. सभी सहभागिता हेतु आमंत्रित हैं.
कुसुम ठाकुर.
कुसुम : दूसरा पाठ.
इस स्तम्भ में हिन्दी, मैथिली, भोजपुरी में एक साथ रचनाकर्म करनेवाली कुसुम ठाकुर जी मैथिली सिखाएँगी. सभी सहभागिता हेतु आमंत्रित हैं.
कुसुम ठाकुर.
कुसुम : दूसरा पाठ.
सलिल : जी, प्रारंभ करिए .
कुसुम : अहाँक गाम कतय अछि .
आपका गाँव कहाँ है ?
हम जबलपुर के रहयवाला छी .
मैं जबलपुर का रहनेवाला हूँ .
सलिल : अच्छा.
हम उस देस के रहयवाला छी जहाँ गंगा बहत छी.
कुसुम : ठीक है.बताती हूँ.
हम ओहि देश केर रहय वाला छी, जाहि देश में गंगा मैया बहैत छथि .
आजका पाठ इतना ही, कल परीक्षा लूँगी दो दिनों के पाठ की.
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