कुल पेज दृश्य

सोमवार, 1 नवंबर 2010

हिंदी शब्द सलिला : २० संजीव 'सलिल'

हिंदी शब्द सलिला : २०
         
संजीव 'सलिल' 
*
संकेत : अ.-अव्यय, अर. अरबी, अक्रि.-अकर्मक क्रिया, अप्र.-अप्रचलित, अर्थ.-अर्थशास्त्र, अलं.- अलंकार, अल्प-अल्प (लघुरूप) सूचक, आ.-आधुनिक, आयु.-आयुर्वेद, इ.-इत्यादि, इब.-इबरानी, उ. -उर्दू, उदा.-उदाहरण, उप.-उपसर्ग, उपनि.-उपनिषद, अं.-अंगिका, अंक.-अंकगणित, इ.-इंग्लिश/अंगरेजी, का.-कानून, काम.-कामशास्त्र, क्व.-क्वचित, ग.-गणित, गी.-गीता, गीता.-गीतावली, तुलसी-कृत, ग्रा.-ग्राम्य, ग्री.-ग्रीक., चि.-चित्रकला, छ.-छतीसगढ़ी, छं.-छंद, ज.-जर्मन, जै.-जैन साहित्य, ज्या.-ज्यामिति, ज्यो.-ज्योतिष, तं.-तंत्रशास्त्र, ति.-तिब्बती, तिर.-तिरस्कारसूचक, दे.-देशज, देव.-देवनागरी, ना.-नाटक, न्या.-न्याय, पा.-पाली, पारा.- पाराशर संहिता, पु.-पुराण, पुल.-पुल्लिंग, पुर्त. पुर्तगाली, पुरा.-पुरातत्व, प्र.-प्रत्यय, प्रा.-प्राचीन, प्राक.-प्राकृत, फा.-फ़ारसी, फ्रे.-फ्रेंच, ब.-बघेली, बर.-बर्मी, बहु.-बहुवचन, बि.-बिहारी, बुं.-बुन्देलखंडी, बृ.-बृहत्संहिता, बृज.-बृजभाषा  बो.-बोलचाल, बौ.-बौद्ध, बं.-बांग्ला/बंगाली, भाग.-भागवत/श्रीमद्भागवत, भूक्रि.-भूतकालिक क्रिया, मनु.-मनुस्मृति, महा.-महाभारत, मी.-मीमांसा, मु.-मुसलमान/नी, मुहा. -मुहावरा,  यू.-यूनानी, यूरो.-यूरोपीय, योग.योगशास्त्र, रा.-रामचन्द्रिका, केशवदास-कृत, राम.- रामचरितमानस-तुलसीकृत, रामा.- वाल्मीकि रामायण, रा.-पृथ्वीराज रासो, ला.-लाक्षणिक, लै.-लैटिन, लो.-लोकमान्य/लोक में प्रचलित, वा.-वाक्य, वि.-विशेषण, विद.-विदुरनीति, विद्या.-विद्यापति, वे.-वेदान्त, वै.-वैदिक, व्यं.-व्यंग्य, व्या.-व्याकरण, शुक्र.-शुक्रनीति, सं.-संस्कृत/संज्ञा, सक्रि.-सकर्मक क्रिया, सर्व.-सर्वनाम, सा.-साहित्य/साहित्यिक, सां.-सांस्कृतिक, सू.-सूफीमत, सूर.-सूरदास, स्त्री.-स्त्रीलिंग, स्मृ.-स्मृतिग्रन्थ, ह.-हरिवंश पुराण, हिं.-हिंदी.      
'अग' से प्रारंभ शब्द : ७.
संजीव 'सलिल'
*
अग्रांश/अग्रान्श- पु. सं. देखें अग्रभाग.
अग्रांशु/अग्रान्शु- पु. सं. केन्द्रीय बिंदु, धुरी.
अग्राक्षण-पु./अग्राक्षि-स्त्री. - सं. कटाक्ष, तिरछी चितवन.
अग्राणीक/आग्रानीक- पु. सं. सेना का आगे जानेवाला भाग.
अग्राम्य-वि. सं. जो देहाती न हो, नागर, नगरीय, नगर का, श्री, शहर का, जो पालतू न हो, जंगली, वन्य.
अग्राशन- पु. सं. भोजन से देवता, पितरों या गऊ के निमित्त निकाला जानेवाला अंश.
अग्रासन- पु. सं. सम्मान का आसान/स्थान.
अग्राह्य- वि. सं. ग्रहण न करने योग्य, त्याज्य, अविचारणीय, अविश्वसनीय.-व्यक्ति-पु. किसी देश का राजदूत/राजपुरुष/अन्य व्यक्ति जो अन्य देश को मान्य/ग्राह्य/स्वीकार्य न हो, परसोना नों ग्रेटा इ., अमान्य/अग्राह्य/अस्वीकार्य  व्यक्ति.
अग्राह्या- वि. सं. ग्रहण न करने योग्य, त्याज्य स्त्री, शौचादि के काम आनेवाली मिट्टी, उपयोग न की जा सकनेवाली मिट्टी.
अग्रिम- वि. सं. पहला, अगला, श्रेष्ठ, उत्तम, पेशगी, आगामी, सबसे बड़ा. पु. सबसे बड़ा भाई.-धन-पु. एडवांस, वेतन/पारिश्रमिक/मूल्य का नियत तिथि/समय से पहले दिया गया अंश.
अग्रिम देय धन- पु. कार्य विशेष पर व्यय पहले से हेतु दिया गया धन जिसका समायोजन कार्य होने के बाद किया जाए, बयाना,पेशगी, इम्प्रेस्ट मनी इ.
अग्रिमा- स्त्री. सं. ग्रीष्मजा/लोणा नामक फल/वृक्ष.
अग्रिय-वि. सं. श्रेष्ठ, उत्तम.पु. बड़ा भाई, पहले लगनेवाले फल.
अग्रेदिधिशु- पु. सं. पूर्व विवाहित स्त्री से विवाह करनेवाला द्विज.
अग्रेदिधिषू- स्त्री. सं. वह विवाहिता स्त्री जिसकी बड़े बहिन अविवाहिता हो.
अग्रेमूल्य- पु. भविष्य में बिकनेवाली वस्तु का वर्तमान में लगाया गया मूल्य.
अग्रेसर पु./अग्रेसरी स्त्री.- वि. सं. आगे जानेवाला/वाली, अगुआ, नायक-नायिका.
अग्रेसरिक- पु. सं. नेता/स्वामी.मालिक के आगे जानेवाला नौकर.
अग्रय- वि सं. जो सबसे आगे हो, श्रेष्ठ, कुशल, योग्य. पु. बड़ा भाई, मकान की छत.
                                                                                  -निरंतर ....

कोई टिप्पणी नहीं: