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शनिवार, 25 जून 2011

फेस बुक पर सामूहिक दूरवार्ता group chat on Facebook :

फेस बुक पर सामूहिक दूरवार्ता  group chat on Facebook :

 
आपको 'छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं, कहीं तो मिलोगे, कभी तो मिलोगे हम पूछेंगे हाल' याद होगा. तब का तो नहीं पता, पर अब अंतरजाल ने इसे सच कर दिया है. आप दुनिया के किसी भी कोने में बैठे अपने साथियों से जब जी चाहे जीभरकर बतिया सकते हैं, वह भी बिना कोई अतिरिक्त खर्च किये.
- नहीं भाई, यह गप्प नहीं है.
- कैसे?
-आइये बतायें-
  • सबसे पहले तो आप अपना फेसबुक लेखा खोलें / फेसबुक अकाउंट पे लॉगिन करें.
  • फेसबुक के मुख्या पृष्ठ के बांयी ओर निम्न सूची दिखेगी.  
  • अब समूह बनायें / Create Group पर चटखा लगायें / क्लिक करें.
  • आपको निम्न पॉपअप विंडो दिखेगा. इसमें अपने समूह का नाम, समूह के सदस्यों के नाम लिखें. अब  समूह की गोपनीयता या निजता / ग्रुप प्राइवेसी पर चटखा लगाकर / क्लिक कर समूह का प्रकार तय कर सकते हैं. 

  • समूह की गोपनीयता / ग्रुप प्राइवेसी के तीन विकल्प हैं - 
  1. मुक्त / Open - इस श्रेणी के समूह में कोई भी व्यक्ति बिना आपकी अनुमति के जुड़ सकता है.
  2. बंद / Closed - इस श्रेणी के समूह में कोई भी व्यक्ति बिना आपकी अनुमति के नहीं जुड़ सकता है.
  3. गुप्त / Secret - आप अपने समूह को गुप्त रखना चाहते हैं तो इस पर चटखारा लगायें / क्लिक करें. 
  • अब आप Create  बटन पर  क्लिक कर अपना समूह बना लें और समूह के सदस्यों से जब-जितनी चाहें समूह चर्चा करें.चर्चा के लिए समूह के पृष्ठ पर बायीं तरफ दी गयी सूची / लिस्ट में चटखा लगायें. चैट बॉक्स में आपको आपके ग्रुप का एक अलग से चैट बॉक्स मिलेगा. उस पर चटखा लगा कर समूह वार्ता प्रारंभ कर दें.

  • यद् रखें जब आप खुद अपने फेसबुक के चैट बॉक्स में ऑफलाइन होंगे तो ग्रुप चैट बॉक्स में भी कोई भी सदस्य नहीं दिखेगा, चाहे वो ऑनलाइन हो या न हो. इसीलिए आप ऑनलाइन होने का समय तय कर सब सदस्यों को सूचित कर दें ताकि सब एक समय में अंतरजाल पर हों और दूरवर्त का आनंद ले सकें.
ध्यान रखें यदि आप आप किसी ऐसे व्यक्ति को अपने समूह में रखते हैं जिससे आप बात नहीं करना चाहते और जब आप किसी दोस्त से कोई निजी बात कर रहे होते हैं तब अगर वह व्यक्ति ऑनलाइन होगा तो वो आपकी सारी बातें पढ़ सकता है. इसके लिए बेहतर यही होगा कि अपने ख़ास ग्रुप को गुप्त या Secret ही रखा जाए...


आभार - महेश बारमाटे "माही"

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