अपनी बात
संजीव
*
मान गनीमत समय पड़ा तो
कहें गधे को अपना बाप
सहा न जाये बिना काम जब
कहें बाप को लोग गधा.
*
समंदर में कूदो या आकाश छू लो
जो भी करो पूरे दिल से करो तुम
मुसीबत को डरना है तुमसे डरेगी
सिवा खुद के औरों से कभी न डरो तुम
*
संजीव
*
मान गनीमत समय पड़ा तो
कहें गधे को अपना बाप
सहा न जाये बिना काम जब
कहें बाप को लोग गधा.
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समंदर में कूदो या आकाश छू लो
जो भी करो पूरे दिल से करो तुम
मुसीबत को डरना है तुमसे डरेगी
सिवा खुद के औरों से कभी न डरो तुम
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