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रविवार, 26 अक्तूबर 2014

nav kundaliya

नव कुण्डलिया 

रात जा रही, उषा आ रही
उषा आ रही, प्रात ला रही 
प्रात ला रही, गीत गा रही 
गीत गा रही, मीत भा रही  
मीत भा रही, जीत पा रही
जीत पा रही, रात आ रही 

गुप-चुप डोलो, राज न खोलो   
राज न खोलो, सच मत तोलो 
सच मत तोलो,मन तुम सो लो 
मन तुम सो लो, नव रस घोलो 
नव रस घोलो, घर जा सो लो 
घर जा सो लो, गुप-चुप डोलो


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